" करें योग निरोग रहें "
आलस्य को त्यागो
मेरे मित्रों अब तो जागो।
कब तक कडवी गोलीयाँ
निगलोगे । तन में रसायनों
का ज़हर भरोगे ।
करो योग रहो निरोग
योग से कट जातें हैं रोग।
यह है शुभ संयोग ,प्राचीन काल
से भरतीय परम्परा में योग का
है शुभ संयोग ।
आधुनिकता वाद के इस काल मे
जहाँ मशीनों की तरह भाग रहा है मानव
श्स्वन तंत्र में घुल रहा है जहर
आओ इस जहर को बाहर निकले ।
प्रतिदिन योग का समय निकालें
करें योग रहें निरोग ।।
आलस्य को त्यागो
मेरे मित्रों अब तो जागो।
कब तक कडवी गोलीयाँ
निगलोगे । तन में रसायनों
का ज़हर भरोगे ।
करो योग रहो निरोग
योग से कट जातें हैं रोग।
यह है शुभ संयोग ,प्राचीन काल
से भरतीय परम्परा में योग का
है शुभ संयोग ।
आधुनिकता वाद के इस काल मे
जहाँ मशीनों की तरह भाग रहा है मानव
श्स्वन तंत्र में घुल रहा है जहर
आओ इस जहर को बाहर निकले ।
प्रतिदिन योग का समय निकालें
करें योग रहें निरोग ।।