क्षितिज एक चित्रकला

 अरुणोदय क्षितिज दृश्य
  प्रकृति निपुण चित्रकार
 सौम्य अलौकिक दिव्यता
 संग समर्पण और विश्वास

 मन दर्पण पनपते प्रश्न
 रंगों के अद्भुत सामंजस्य का संगम
 इंद्रधनुषी रंगों की कतार
 स्वर्णिम सपनों का सुन्दर संसार

कैनवास में कूची का विस्तार
नयनों के छाया चित्र का आधार
सटीक, चित्र पर रंग बिखेरता चित्रकार

क्षितिज के उस पार
मधुर मिलन की संपूर्णता
का एहसास ,सत्यता पर
पूर्ण विश्वास .....

दो किनारों का मिलन 
मानों नभ करता धरा का वंदन 
अद्भुत आभास 
दूर होकर भी निकट
विस्तृत ,विराट 
आकार ,गोलाकार कहीं तो
संभव होगा मिलन  
दोनों ही अस्तित्व का आधार.....
  

आओ अच्छा बस अच्छा सोचें

 आओ कुछ अच्छा सोचें अच्छा करें , अच्छा देखें अच्छा करने की चाह में इतने अच्छे हो जायें की की साकारात्मक सोच से नाकारात्मकता की सारी व्याधिया...