*अनुभव*

अनुभव ना होते तो
आज मैं जो हूं ,वो ना होता
अनुभवों ने मुझे
जीने की कला सिखाई
अब मैं भी माहिर हो गया हूं
अपना हर कदम
अपने अनुभव के आधार
पर उठता हूं ,ऐसा भी नहीं की
मैं कुछ ज्यादा जानता हूं
मैंने अपनी गलतियों से ठोकरें
बहुत खायी हैं ,अब संभला हूं तो
अनुभव हुआ , इसी लिए
कहता हूं अनुभव इंसान का सबसे
बड़ा मित्र है, कोई भी इंसान सीखने
या सीखाने से इतना नहीं सीख पाता
जितना वो अपने अनुभवों से सीखता है
इसलिए कहते हैं अनुभव होना जरूरी है
चलो तो सही एक बच्चा भी गिर-गिर कर ही
संभलना सीखता है ।

                                           



आओ अच्छा बस अच्छा सोचें

 आओ कुछ अच्छा सोचें अच्छा करें , अच्छा देखें अच्छा करने की चाह में इतने अच्छे हो जायें की की साकारात्मक सोच से नाकारात्मकता की सारी व्याधिया...