"सारे जहाँ से अच्छा हिन्दुस्तान हमारा"
मेरे देश का तिरंगा
आकाश की ऊँचाइयओं
में बड़ी शान से लहरा रहा है ।
सुख समृधि और शांति के गीत
गुनगुना रहा है ।
अज्ञान का अन्धकार अब छंट गया है
ज्ञान के प्रकाश का उजियारा अब प्रकाश
फैला रहा है ।
सारे जहाँ से अच्छा हिंदुस्तान हमारा
की बातें अब सच हो रही हैं ।
प्रेम की मीठी भाषा से हमने सबके दिलों
में जगह बना ली है ।
विश्व कौटूमबकम "अनेकता में एकता" की
नींव मजबूत कर डाली है ।
अपनी सबसे मित्रता नहीं किसी से वैर
स्वर्णिम युग की स्थापना
सतयुग फिर से आ रहा
धरा फिर से बन रही स्वर्ग
सारे जहाँ से अच्छा हिन्दुस्तान हमारा
तिरंगा लहरा रहा हर्षित
प्रफुल्लित सहर्ष ।।
मेरे देश का तिरंगा
आकाश की ऊँचाइयओं
में बड़ी शान से लहरा रहा है ।
सुख समृधि और शांति के गीत
गुनगुना रहा है ।
अज्ञान का अन्धकार अब छंट गया है
ज्ञान के प्रकाश का उजियारा अब प्रकाश
फैला रहा है ।
सारे जहाँ से अच्छा हिंदुस्तान हमारा
की बातें अब सच हो रही हैं ।
प्रेम की मीठी भाषा से हमने सबके दिलों
में जगह बना ली है ।
विश्व कौटूमबकम "अनेकता में एकता" की
नींव मजबूत कर डाली है ।
अपनी सबसे मित्रता नहीं किसी से वैर
स्वर्णिम युग की स्थापना
सतयुग फिर से आ रहा
धरा फिर से बन रही स्वर्ग
सारे जहाँ से अच्छा हिन्दुस्तान हमारा
तिरंगा लहरा रहा हर्षित
प्रफुल्लित सहर्ष ।।