💐 " गणतंत्रता का सम्मान करो "💐
"आज हम स्वतन्त्र हैं,हमारा अपना गणतंत्र है।
👍 गणतन्त्र हमारा हमारा महान है।"
सविंधान की सभी धाराओं का भी महत्व है👍
वैदिक संस्कृति का भी का सम्मान है।👍
हाँ आज हम स्वतन्त्र हैं, पर स्वतन्त्रता का ना अपमान हो ।
सम्भलो मेरे देशवासियों क्योंकि ?
आज हमारी स्वतन्त्रता असंख्य माताओं की गोद की😢
क़ुर्बानियाँ हैं । जब परतंत्रता की बेड़ियों के जुल्म का
दर्द बेअंत था, जिन्दा थे कि, साँसे चल रही थी वरना जीना
कोई झन्नुम से ना कम था ,हर वक्त सिर पर मँडराता मौत ए😢
कफ़न था और क्या-क्या कहें हँसने पर भी दर्द ऐ सितम था।
मेरे देशवासियों, मेरे बन्धुओं अपनी स्वतन्त्रता को ना
अपमानित करना ,ये स्वतन्त्रता अनमोल है।
बलिदानों का सिलसिला बेअंत है।।😥
छब्बीस जनवरी भारत का गणतंत्रता दिवस।
गणतंत्र का सहज सम्मान हो , नियमों का पालन हो।
स्वसम्पत्ति की सुरक्षा ,त्यों स्वदेश सम्पत्ति की सुरक्षा
सुव्यवस्था ,और स्वच्छता॥ " मेरा भारत महान" है की
कहने वालों ! "भारत माता का" भी श्रृंगार करो ।
निज भवनों के बाहर न कचरे का भण्डार करो ।🚮
भ्रष्टाचार का अब अन्त करो ।🚰
भारत को अपना कहने वालों ,भारत माता का सम्मान करो
अपने गणराज्य पर अभिमान करो ।
सविंधान के नियमों का सम्मान करो।
नये युग की नयी परिभाषा 🎆🎋🎉
नयी पीढ़ी की नयी अभिलाषा ।
सुनहरे भविष्य की दस्तक है ये तो
अब ना बढ़ते कदमों को रोको,
कर्मठता और निष्ठता के बीज है बोयें
तरक़्क़ी की अब फ़सल ऊगेगी ।
उन्नत्ति के शिखर पर चढ़कर नये युग का
आगाज़ करेंगे ।भारत माता का फिर स्वर्णिम
अक्षरोँ में दुनियाँ में नाम करेंगे🎉🎊
भारत फिर से सोने की चिड़िया कहलायेगा
विश्वकौटम्बकम का सपना अब सच हो जाएगा ।।
🎎🎉🎊🎆🎇🎇🎈🎈
"आज हम स्वतन्त्र हैं,हमारा अपना गणतंत्र है।
👍 गणतन्त्र हमारा हमारा महान है।"
सविंधान की सभी धाराओं का भी महत्व है👍
वैदिक संस्कृति का भी का सम्मान है।👍
हाँ आज हम स्वतन्त्र हैं, पर स्वतन्त्रता का ना अपमान हो ।
सम्भलो मेरे देशवासियों क्योंकि ?
आज हमारी स्वतन्त्रता असंख्य माताओं की गोद की😢
क़ुर्बानियाँ हैं । जब परतंत्रता की बेड़ियों के जुल्म का
दर्द बेअंत था, जिन्दा थे कि, साँसे चल रही थी वरना जीना
कोई झन्नुम से ना कम था ,हर वक्त सिर पर मँडराता मौत ए😢
कफ़न था और क्या-क्या कहें हँसने पर भी दर्द ऐ सितम था।
मेरे देशवासियों, मेरे बन्धुओं अपनी स्वतन्त्रता को ना
अपमानित करना ,ये स्वतन्त्रता अनमोल है।
बलिदानों का सिलसिला बेअंत है।।😥
छब्बीस जनवरी भारत का गणतंत्रता दिवस।
गणतंत्र का सहज सम्मान हो , नियमों का पालन हो।
स्वसम्पत्ति की सुरक्षा ,त्यों स्वदेश सम्पत्ति की सुरक्षा
सुव्यवस्था ,और स्वच्छता॥ " मेरा भारत महान" है की
कहने वालों ! "भारत माता का" भी श्रृंगार करो ।
निज भवनों के बाहर न कचरे का भण्डार करो ।🚮
भ्रष्टाचार का अब अन्त करो ।🚰
भारत को अपना कहने वालों ,भारत माता का सम्मान करो
अपने गणराज्य पर अभिमान करो ।
सविंधान के नियमों का सम्मान करो।
नये युग की नयी परिभाषा 🎆🎋🎉
नयी पीढ़ी की नयी अभिलाषा ।
सुनहरे भविष्य की दस्तक है ये तो
अब ना बढ़ते कदमों को रोको,
कर्मठता और निष्ठता के बीज है बोयें
तरक़्क़ी की अब फ़सल ऊगेगी ।
उन्नत्ति के शिखर पर चढ़कर नये युग का
आगाज़ करेंगे ।भारत माता का फिर स्वर्णिम
अक्षरोँ में दुनियाँ में नाम करेंगे🎉🎊
भारत फिर से सोने की चिड़िया कहलायेगा
विश्वकौटम्बकम का सपना अब सच हो जाएगा ।।
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