* हम सब के जीवन की यही कहानी *

 हम सब के जीवन
 की है यही कहानी
 थोड़ी खट्टी_ थोड़ी मीठी सी
    सबकी जिंदगानी
 कुछ सपने पूरे ,तो
 कुछ अधूरे ..... सपनों के
कशमकश की अद्भुत कहानी
यूं ही बीत जाती है ,रिश्तों संग
बंधी ,मित्रों संग हसीन सफ़र भी
तय करती ,थोड़ी खटपट ,थोड़ी
अनबन ,सेहती ,बनती ,बिगड़ती
हम सब की जिंदगानी ।
राहें सबकी जुदा_जुदा ,मंजिल
सबकी एक।
** जिंदगी के सफ़र की बस यही कहानी
 दरिया बनकर ,सागर में समाहित हो जानी है
हम सब की बस यही कहानी ।
     

**वो ही नज़र आता है **


***** मैं जिधर जाती हूं
           मुझे वो ही नज़र 
                आता है ।
         उसकी बातें करना ,
         उसके गीतों को गुनगुनाना
         मुझे बहुत भाता है ।
         जब _ जब मैंने दुनिया से दिल लगाया
         दुनिया ने बहुत रुलाया ,बहकाया
         स्वार्थ की दुनियां ,सौदागर है ।
         मेरा श्याम जादूगर है ।
               वो मुरली बजाता है
         लगता है, जैसे मुझे बुलाता है
         राधा,ललिता ,विशाखा ,सारी गोपियों
         को वो भाता है ,वो मुरली बजाता है,
                 सबको बुलाता है ,
         मुझे उसके सिवा कोई भी तो नज़र नहीं ।                                आता है ।
         जो उसको सच्चे भाव से बुलाता है
              उसी का हो जाता है ।
       कोई _ कोई तो उसे छलिया भी कह जाता है
       वो भोले भक्तों का सदा साथ निभाता है
       एक वो ही है, जो विश्वास दिलाता है,
       जब भी कोई सच्चे भाव से ,श्रद्धा से
       उसे बुलाता है ,उसके संग_संग वो उसका
                 साथ निभाता है ।
        वो अन्तर्यामी दिल में ही उतर जाता है
        श्रद्धावान का तो प्रिय ,पूजनीय हो जाता है ।     
     

आओ अच्छा बस अच्छा सोचें

 आओ कुछ अच्छा सोचें अच्छा करें , अच्छा देखें अच्छा करने की चाह में इतने अच्छे हो जायें की की साकारात्मक सोच से नाकारात्मकता की सारी व्याधिया...