**ठंडी छांव**

  **  इनायते कर्म तो होती है
तू एतबार करके तो देख
निखार तो आता है
सूर्य की तपिश में
तप के तो देख
इंतहान तो देना पड़ता है
कठिन से कठिन हालातों
को चुनौती समझ पार कर के तो देख
तू थोड़ा सब्र करके तो देख
उसके आश्रय की ठंडी छांव
मिलती है तू विश्वास करके तो देख
सफ़र लम्बा है पथरीली राहें
जख्मों के नासूर भी बनते हैं
ये तेरे किरदार की भूमिका है
अपने किरदार को अच्छे से निभाकर तो देख
जीत तेरी होगी तू उस पर विश्वास करके तो देख
रो मत, हौसला रख ,ये जिंदगी का सफर है
चलते -चलते राहों में गीत गुनगुना के तो देख
दुनियां तेरी दीवानी होगी
तू हर हाल में मुस्करा के तो देख
उसकी दुआओं की ठंडी छांव आ रही है
तू एहसास करके तो देख ...



2 टिप्‍पणियां:

  1. अपने किरदार को अच्छे से निभाकर तो देख
    जीत तेरी होगी तू उस पर विश्वास करके तो देख
    रो मत, हौसला रख ,ये जिंदगी का सफर है।
    बहुत सुंदर। यदि हम अपना कर्तव्य ठीक तरह निभाए तो हर समस्या ला समाधान मिल सकता हैं।

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