खिलौने से खेलने की उम्र
जीवन के रंगों से खेलती
नहीं.. मैं, नहीं खेलती गुब्बारों से
गुलाबी ,नीले,पीले,लाल रंगों की
खूबसूरती भाती है मुझे भी
पर क्या करूं मैं खेल नहीं सकती
बचपन की रंगीनियों से मैं
बेचती हूं सुन्दर-सुंदर रंग-बिरंगे गुब्बारे
घर में छोटा भाई है, छोटी बहन है
जिम्मेदारियों के बोझ ने मुझे
बड़ा कर दिया ...

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