🌺😍 “ नयनों की भाषा
    नयन ही जाने
    इन में डूब के कई हो गये दीवाने
    कई हो गये मस्ताने
    फिर नयनों पर लिखे गये कई तराने
    जिन्हें गुनगुनाते रहे मस्ताने “🎉🎉🎤🌹🌹
 
 
 
    

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

आओ अच्छा बस अच्छा सोचें

 आओ कुछ अच्छा सोचें अच्छा करें , अच्छा देखें अच्छा करने की चाह में इतने अच्छे हो जायें की की साकारात्मक सोच से नाकारात्मकता की सारी व्याधिया...