🌺🌺🎉 नम्हो वीणा वदीनी 🌺🌺🎉
🎉🎉नम्हो वीणा वादिनी
नम्हो हंस वहिनी
नम्हो शान्ति देवी ,सरला ,निर्मला
जिस प्रकार आपकी वीणा से निकलते
सुर सम्पूर्ण आभा मण्डल को पवित्र करते हैं
सुख ,शान्ति,करुणा,और प्रेम का सन्देश देते रहते हैं
तो हे ,सरस्वती माता ,हमें भी ऐसा वर दो
की हम मनुष्यों की मन ,वाणी ,वचन से जो भी स्वर
निकले वो मीठा ,मधुर सुख ,शांति ,का सन्देश लिये
सबके हित में हो ।
नम्हो वीणा वादिनी ।🎉🎉🎉🎉🎉🎉
🎉🎉नम्हो वीणा वादिनी
नम्हो हंस वहिनी
नम्हो शान्ति देवी ,सरला ,निर्मला
जिस प्रकार आपकी वीणा से निकलते
सुर सम्पूर्ण आभा मण्डल को पवित्र करते हैं
सुख ,शान्ति,करुणा,और प्रेम का सन्देश देते रहते हैं
तो हे ,सरस्वती माता ,हमें भी ऐसा वर दो
की हम मनुष्यों की मन ,वाणी ,वचन से जो भी स्वर
निकले वो मीठा ,मधुर सुख ,शांति ,का सन्देश लिये
सबके हित में हो ।
नम्हो वीणा वादिनी ।🎉🎉🎉🎉🎉🎉
जवाब देंहटाएंहमें भी ऐसा वर दो कि हम मनुष्यों की मन ,वाणी ,वचन से जो भी स्वर
निकले वो मीठा ,मधुर सुख ,शांति ,का सन्देश लिये सबके हित में हो। बहुत सुंदर
अमीन ...
जवाब देंहटाएंवर दे वीणा वादिनी वर दे ... माँ तो सभी को वर देती है पर हम भूल जाते हैं ... वसंत पंचमी की हार्दिक बधाई ...
धन्यवाद दिगम्बर जी ,आपको भी बसंत पंचमी की बधाई
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुंदर पंक्तियां
जवाब देंहटाएं