धरती पर फरिश्ता ऐ ,
आसमान होते हैं।
माँ बाप तो दुआओं की खान होते है ।
जीवन के हर मोड़ पर
कवच की तरह माँ बाप
सुरक्षा की ढाल होते हैं।
हर दर्द की दवा होते हैं
फल फूलों से लदे वृक्ष और
ठण्डी छाँव होते हैं ।
अनकहे शब्दों की अरदास होते हैं।
माँ बाप के ना होने का दर्द,
एक अनाथ बच्चे से पूछो,
बेटा सुनने को जिसके कान तरसते हैं।।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें