Ritu Asooja Rishikesh , जीते तो सभी है , पर जीवन वह सफल जो किसी के काम आ सके । जीवन का कोई मकसद होना जरूरी था ।परिस्थितियों और अपनी सीमाओं के अंदर रहते हुए ,कुछ करना था जो मेरे और मेरे समाज के लिए हितकर हो । साहित्य के प्रति रुचि होने के कारण ,परमात्मा की प्रेरणा से लिखना शुरू किया ,कुछ लेख ,समाचार पत्रों में भी छपे । मेरे एक मित्र ने मेरे लिखने के शौंक को देखकर ,इंटरनेट पर मेरा ब्लॉग बना दिया ,और कहा अब इस पर लिखो ,मेरे लिखने के शौंक को तो मानों पंख लग
मनमर्जीयां
मित्र मेरी फिक्र
मेरे आने की आहट भी वो पहचानता है
वो मेरी फिक्र करता है
वो अक्सर दिन रात मेरा ही जिक्र करता है
मुझे बेझिझक डांटता है
मुझ पर ही हुक्म चलाता है
मेरी कमियां गिन गिन कर मुझे बताता है
कभी कभी वो मुझे मेरा हम मीत मेरा दुश्मन सा लगता है मगर वो मुझे अपने आप से भी अजीज है
वो मेरा मित्र मेरे जीवन का इत्र जिसका मैं अक्सर और वो मेरा अक्सर करता है जिक्र
मेरा मित्र मेरे जीवन का है इत्र ।
उसे मेरी और मुझे उसकी हरपल रहती है फिक्र ।
वक़्त बदलता है
*लेखनी*
**** स्वर्ग से सुंदर समाज की कल्पना
यही एक लेखक की इबादत होती है
हर तरफ खूबसूरत देखने की एक
सच्चे लेखक की आदत होती है ***
अन्याय, अहिंसा, भेदभाव,
देख दुनियां का वयभिचार ,अत्याचार
एक लेखक की आत्मा जब रोती है
तब एक लेखक की लेखनी
तलवार बनकर चलती है
और समाज में पनप रही वैमनस्य की
भावना का अंत करने में अपना
महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान करती है
विचारों की पवित्र गंगा की धारा
सर्व जन हिताय हेतु ,
सुसंस्कृत,सुशिक्षित, समाज की स्थापना
का आदर्श लिए , शब्दों के तीखे, बाणों
के जब तीर चलाती तब ,वो इतिहास रचती है ,
युगों-युगों तक आने वाले समाज का मार्गदर्शन
करती है ।
लिखने को तो लेखक की लेखनी लिखती है
एक अद्वितीय शक्ति उसको प्रेरित करती है
तभी तो ऐतिहासिक,रहस्यमयी, सच्ची घटनाओं
की तस्वीरें कविताओं ,कहानियों आदि के रूप में
युगों- युगों तक जन मानस के लिए प्रेरणास्रोत बन जन मानस के हृदयपटल पर राज करती हैं ।
aksshaygaurav@gmail.com स्वर्ग से सुंदर समाज की कल्पना यही एक लेखक की इबादत होती है हर तरफ खूबसूरत देखने की एक सच्चे लेखक की आदत होती है *** अन्याय, अहिंसा, भेदभाव, देख दुनियां का वयभिचार ,अत्याचार एक लेखक की आत्मा जब रोती है तब एक लेखक की लेखनी तलवार बनकर चलती है और समाज में पनप रही वैमनस्य की भावना का अंत करने में अपना महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान करती है विचारों की पवित्र गंगा की धारा सर्व जन हिताय हेतु , सुसंस्कृत,सुशिक्षित, समाज की स्थापना का आदर्श लिए , शब्दों के तीखे, बाणों के जब तीर चलाती तब ,वो इतिहास रचती है , युगों-युगों तक आने वाले समाज का मार्गदर्शन करती है । लिखने को तो लेखक की लेखनी लिखती है एक अद्वितीय शक्ति उसको प्रेरित करती है तभी तो ऐतिहासिक,रहस्यमयी, सच्ची घटनाओं की तस्वीरें कविताओं ,कहानियों आदि के रूप में युगों- युगों तक जन मानस के लिए प्रेरणास्रोत बन जन मानस के हृदयपटल पर राज करती हैं ।
श्रम
धरा के भगवान
कैसे कह दूं उन्हें मात्र इंसान
कहते हैं जिन्हें धरा के भगवान
या कहें फ़रिश्ते ए आसमान
जीव विज्ञान का अद्भुत ज्ञान
कठिन साधना का परिणाम
जीव विज्ञान का अद्भुत ज्ञान
जीवन एक तपस्या जिनकी
दूर करने को प्रतिबद्ध शारीरिक एवं
मानसिक समस्या असाध्य रोंगों से घिरा
इंसान ढूंढ़ता है एक चिकत्सक के रूप में भगवान
जब खतरे में होती है मनुष्य जीवन के प्राण
जीवन और मृत्यु की जंग में बनकर रक्षा प्रेहरी
करते हैं समस्त प्रयास और देते हैं जीवन दान
हमें गर्व है आप सब चिकित्सकों पर, महान योद्धा ओं पर महामारी के संकटकाल में जब देश के सभी लोग अपने -अपने घरों में बैठे होते हैं, आप सभी स्वास्थ्य योद्धा, डटे हुए रहते हैं स्वास्थ्य लाभ देते हैं अपनी जान जोखिम में डालकर ।
नमन है,नतमस्तक हैं, महामारी में बनकर योद्धा
सरहद पर तैनात सिपाही करता है
दुश्मनों से देश की रक्षा
वहीं धरती पर दूसरे योद्धा जो
जो सदैव तैयार रहते हैं करने को दूर
शारीरिक समस्या दिलाते हैं असहनिय दर्द से
मुक्ति ,पास इनके होती है निष्ठा और कठीन
साधना की शक्ति
धरती पर परमात्मा की सौगात
दिव्य जीवन का आशीर्वाद,स्वस्थ जीवन
जीने का देते हैं महादान ।
कैसे कह दूं उन्हें मात्र इंसान
कहते हैं जिन्हें धरा के भगवान
या कहें फ़रिश्ते ए आसमान
जीव विज्ञान का अद्भुत ज्ञान
कठिन साधना का परिणाम
जीवन एक तपस्या जिनकी
दूर करने को प्रतिबद्ध शारीरिक एवं
मानसिक समस्या असाध्य रोंगों से घिरा
इंसान ढूंढ़ता है एक चिकत्सक के रूप में भगवान
जब खतरे में होती है मनुष्य जीवन के प्राण
जीवन और मृत्यु की जंग में बनकर रक्षा प्रेहरी
करते हैं समस्त प्रयास और देते हैं जीवन दान
सच में यह तो धरती पर दूसरे भगवान
चिकित्सक ,डाक्टर फ़रिश्ते सच में डाक्टरों
से भी जुड़े होटें भावुक से रिश्ते।
मातृत्व सी ममता,स्नेह दुलार और फिक्र भरी फटकार
डॉक्टर आप सभी है शक्ति का अवतार
जीवन को नई राह दिखाते जीवन जीने का आधार ।
सेवा धर्म को जीवन का
उद्देश्य बनाकर चलना पीड़ितों
उपचार एवम् स्नेह का
भाव का मरहम
कैसे कह दूं उन्हें मात्र इंसान
कहते हैं जिन्हें धरा के भगवान
या कहें फ़रिश्ते ए आसमान
जीव विज्ञान का अद्भुत ज्ञान
कठिन साधना का परिणाम
सरहद पर तैनात सिपाही करता है
जैसे करता है देश की रक्षा
वहीं धरती पर दूसरे योद्धा जो
जो सदैव तैयार रहते हैं करने को दूर
शारीरिक समस्या दिलाते हैं असहनिय दर्द से
मुक्ति ,पास इनके होती है निष्ठा और कठीन
साधना की शक्ति
धरती पर परमात्मा की सौगात
दिव्य जीवन का आशीर्वाद,स्वस्थ जीवन
जीने का देते हैं महादान ।
* धरती पर परमात्मा की सौगात
दिव्य जीवन का आशीर्वाद
कैसे कह दूं उन्हें मात्र इंसान
कहते हैं जिन्हें धरा के भगवान या कहें फ़रिश्ते ए आसमान
जीव विज्ञान का अद्भुत ज्ञान
कठिन साधना का परिणाम
जीवन एक तपस्या जिनकी
चिकत्सक के रूप में भगवान योद्धा स्वस्थ जीवन देने का समझौता निष्ठा और कठीन साधना की शक्ति सेवा धर्म सर्वोपरि धरती पर परमात्मा की सौगात दिव्य जीवन का आशीर्वाद,स्वस्थ जीवन जीने का देते हैं महादान धरा पर मानव के भगवान, जीवन जिनका सार्थक एवम् महान धन्य सदा पाते रहें परम पिता से वरदान ।
जीवन जीने की आती है जिन्हें
भरपूर कला, सेवा धर्म सर्वोपरि
पीड़ितों के दर्द का उपचार
हर्षित मुख परस्पर प्रेम पूर्ण जिनका
व्यवहार, स्वस्थ जीवन जीने का देते जो उपहार
परमात्मा का आपको मिलता रहे
दिव्य आशीर्वाद ,धरती पर
परमात्मा का अवतार ,चिकत्सक पथ
जीवन सजग ,सेवा धर्म , पीड़ितों की
मरहम पर स्नेह और विश्वास का साथ
नित नूतन ऊंचाईयों का मिलता रहे प्रसाद
परमात्मा
आयुर्वेद की ज्ञाता
जड़ी-बूटियों से जीवन का
उपचार जीवन में संतुलित व्यवहार
पीड़ितों के दर्द का उपचार
आपके जीवन का आशीर्वाद
हम सब का विश्वास आपको देकर
सम्मान और हम सब का आपको
दिल से पर
सेवा धर्म को समर्पित जिन्दगी
दीर्घ आयु का देती वरदान
आओ अच्छा बस अच्छा सोचें
आओ कुछ अच्छा सोचें अच्छा करें , अच्छा देखें अच्छा करने की चाह में इतने अच्छे हो जायें की की साकारात्मक सोच से नाकारात्मकता की सारी व्याधिया...
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इंसान होना भी कहां आसान है कभी अपने कभी अपनों के लिए रहता परेशान है मन में भावनाओं का उठता तूफान है कशमकश रहती सुबह-शाम है ब...
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*ए चाॅंद* कुछ तो विषेश है तुममें जिसने देखा अपना रब देखा तुममें ए चाॅद तुम तो एक हो तुम्हें चाहने वालों ने जाने क्यों अलग-अलग किया खुद ...
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