सपनों के पंख जब यथार्थ के
धरातल पर पर उड़ान भरते हैं
तब ही तो अद्भुत अविष्कार एवम्
चमत्कार होते हैं भव्य अतुलनीय
प्रस्तुतियों की मिसाल विश्व की धरोहर बनते हैं
सपने तो सपने होते हैं
सपने ही तो सिर्फ अपने होते हैं
बंद आंखो से देखे सपने भी सुनहरे होते हैं
खुली आंखों से देखे सपनों में राज गहरे होते हैं
खुली किताब पर कलम स्याही से तो
हिसाब-किताब होते हैं
सपनों के बिना जीवन निराधार होता है
सपनों से ही जीवन का आधार होता है
सपनों से जीवन का सुन्दर आकर होता है
सपनों में ही तो बसा सुन्दर संसार होता है ।।
सपने ही अपने होते हैं अगर उन्हें पूरा करने के लिए जी तोड़ मेहनत अगर की जाय...
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुति।