💐* करने को चाँद का दीदार
मैंने आकाश की और निगाहें
जो डालीं, निगाहें वहीं थम गयीं💐*
*आकाश में तो झिलमिलाते तारों** की
बारात थी ,सितारों* का सुंदर संसार
असँख्य सितारे** झिलमिला रहे थे।
मानों कोई जशन हो रहा हो *****
झिलमिलाते सितारों के बीच
चाँदनी बिखेरते चाँद की चमकीली
किरणें सलौनी और सुहानी।
दिव्य, अलौकिक किसी दूजे जहाँ
की परिकल्पना लिये ,मैं कुछ पल को
वहीं खो गया।
आकाश था,मैं था,सितारों* की बारात थी**
चाँद की चाँदनी थी ,मानों आकाश के
माथे पर सरल, निर्मल,सादगी, के श्रृंगार
की बिंदिया ...
चाँद सी लगा के बिंदिया आकाश
अपने सादगी भरे श्रृंगार से सबको
आकर्षित कर रहा था ।
सबको अपनी चाँदनी से आकर्षित
करते चाँद कुछ तो खास है तुझमें
जो तेरे दीदार से लोगों के दिलों के फैसले लिये
जाते हैं ।
सबको अपनी चाँदनी से आकर्षित
करते चाँद कुछ तो खास है तुझमें
जो तेरे दीदार से लोगों के दिलों के फैसले लिये
जाते हैं ।