*भारत माता की जय *
*मेरा देश महान *
*भारत भूमि *की आन में
और शान में
ये महज शब्द नहीं
मेरे मन के भाव हैं
देश प्रेम के प्रति
दिल में सुलगतीआग है
देश प्रेम की आग जो
मुझे भीतर ही भीतर
सुलगाती है
आत्मा रोती है जब मेरे देश की जनता धर्म
जाति और राजनीति के आड़ में हिंसा फैलाती है
मेरे हृदय की आग मुझमें धधकती है जब
किशोरियों की अस्मिताएं लूटी जाती हैं
मेरे हृदय की आग ज्वाला बनकर
मुझे मुझमें ही जलाती है जब सरहद पर तैनात
भारत का वीर सपूत भारत भूमि की आन में
शहीद हो जाता है
मेरे भीतर देश प्रेम की आग
मुझे मेरे देश की शान में
कुछ लिखने को कुछ कहने
को और भारत माता के सम्मान
में भारत माता की जय
बोलने को प्रेरित करती है ।
मेरे भीतर की आग मुझे भारत
की आन में और शान में
एक सभ्य सुशिक्षित मनुष्य
बनने को प्रेरित करती है ।
जय हिन्द
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