आओ कुछ अच्छा सोचें
अच्छा करें , अच्छा देखें
अच्छा करने की चाह में
इतने अच्छे हो जायें की
की साकारात्मक सोच से
नाकारात्मकता की सारी
व्याधियां नष्ट हो जायें
अच्छा पाने को अच्छा
देते जायें नजरों के सारे
दोष मिटायें कमल बन
समाज में कुछ आदर्श बनायें
शुभ संकल्पों से समाज को
कुछ बेहतर देते जायें
आओ नयी सोच से नये जीवन की
नयी दुनिया बनायें निस्वार्थ प्रेम के बीज बोते जायें ।