*********************************** हिन्दुस्तान ****
हिन्दू संस्कृति ,
माना की हिंदुस्तान धर्मनिरपेक्ष देश है ,हमारे देश में हर धर्म को सम्मान मिलता है कोई भी धर्म ,अपने कायदे -कानून से अपना जीवन जी सकता है । **फिर भी हिंदुस्तान, हिन्दू धर्म ,हिन्दू संस्कृति ही इसकी पहचान है फिर अपने ही देश में अपनी संस्कृति, को हम सम्मान नहीं दिला पा रहे तो ,यह बड़ा दुखदाई विषय है ।
*******" श्री राम चरित मानस " हिन्दू धर्म की की धरोहर, हिन्दुओं की संस्कृति ,आस्था ,श्रद्धा विश्वास ***
**अयोध्या में राम मंदिर ना बन पाना हिदुओं की श्रद्धा आस्था ,और विश्वास के साथ खिलवाड़ है ।
*श्री राम सीता *हम हिन्दुओं की आस्था ,हमारे भगवान हैं। कोई भी धर्मिक कार्य हो तो हम हिन्दू अपनी आस्था के प्रतीक धर्म ग्रंथ , श्री *रामचरितमानस*का पाठ बड़े विधि विधान से करवाते हैं ,उस ग्रंथ में विदित है ,की सतयुग में अयोध्या में राजा दशरथ के यहां चार पुत्रों ने जन्म लिया था , श्री राम ,लक्ष्मण ,भरत ,शत्रुघ्न, कोई भी हिन्दू इस धर्म ग्रंथ से अछूता नहीं है ।
फिर अयोध्या में राम मंदिर पर विवाद .....
ये राजनीति नहीं तो क्या है ?
हिंदुस्तान हमारा है ,हिन्दू संस्कृति हमारी है ।
सभी धर्मों की अपनी विशेषता है ,सभी धर्म समान सम्मान के हकदार हैं ।
यहां बात है, भारत की ,अयोध्या की राम मंदिर की ! अगर रामायण हम हिन्दुओं का धर्म ग्रंथ है ,तो अयोध्या में राम मंदिर भी शाश्वत है , राम मंदिर का ना बन पाना हिन्दू समाज की कमजोरी ,और राजनीति के सिवा कुछ भी नहीं ......
मैं छोटा मुंह बड़ी बात कह रही हूं फिर भी अगर
प्रधान मंत्री मोदी रातों -रात नोट बंदी का ऐलान कर सकते हैं तो ,वो उन्हें अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण कार्य का ऐलान भी शीघ्र अति शीघ्र कर देना चाहिए ।
हिन्दू संस्कृति ,
माना की हिंदुस्तान धर्मनिरपेक्ष देश है ,हमारे देश में हर धर्म को सम्मान मिलता है कोई भी धर्म ,अपने कायदे -कानून से अपना जीवन जी सकता है । **फिर भी हिंदुस्तान, हिन्दू धर्म ,हिन्दू संस्कृति ही इसकी पहचान है फिर अपने ही देश में अपनी संस्कृति, को हम सम्मान नहीं दिला पा रहे तो ,यह बड़ा दुखदाई विषय है ।
*******" श्री राम चरित मानस " हिन्दू धर्म की की धरोहर, हिन्दुओं की संस्कृति ,आस्था ,श्रद्धा विश्वास ***
**अयोध्या में राम मंदिर ना बन पाना हिदुओं की श्रद्धा आस्था ,और विश्वास के साथ खिलवाड़ है ।
*श्री राम सीता *हम हिन्दुओं की आस्था ,हमारे भगवान हैं। कोई भी धर्मिक कार्य हो तो हम हिन्दू अपनी आस्था के प्रतीक धर्म ग्रंथ , श्री *रामचरितमानस*का पाठ बड़े विधि विधान से करवाते हैं ,उस ग्रंथ में विदित है ,की सतयुग में अयोध्या में राजा दशरथ के यहां चार पुत्रों ने जन्म लिया था , श्री राम ,लक्ष्मण ,भरत ,शत्रुघ्न, कोई भी हिन्दू इस धर्म ग्रंथ से अछूता नहीं है ।
फिर अयोध्या में राम मंदिर पर विवाद .....
ये राजनीति नहीं तो क्या है ?
हिंदुस्तान हमारा है ,हिन्दू संस्कृति हमारी है ।
सभी धर्मों की अपनी विशेषता है ,सभी धर्म समान सम्मान के हकदार हैं ।
यहां बात है, भारत की ,अयोध्या की राम मंदिर की ! अगर रामायण हम हिन्दुओं का धर्म ग्रंथ है ,तो अयोध्या में राम मंदिर भी शाश्वत है , राम मंदिर का ना बन पाना हिन्दू समाज की कमजोरी ,और राजनीति के सिवा कुछ भी नहीं ......
मैं छोटा मुंह बड़ी बात कह रही हूं फिर भी अगर
प्रधान मंत्री मोदी रातों -रात नोट बंदी का ऐलान कर सकते हैं तो ,वो उन्हें अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण कार्य का ऐलान भी शीघ्र अति शीघ्र कर देना चाहिए ।