प्रतिस्पर्द्धा
प्रतिस्पर्द्धा के युग में दौड़ता भागता मनुष्य
सुधारने को अपना भविष्य
अपना वर्तमान दाव पर लगाता
कल किसने देखा
सर्वप्रथम अपने वर्तमान को संवार
जी ले जरा
हार और जीत जीवन के दो पहलू
जीवन की सबसे बड़ी पूंजी आत्मविश्वास
हारता वो है जिसने प्रयास ही नहीं किया
जिसने प्रयास किया और कर्म किया
वो नसंदेह जीत गया
प्रथम, द्वितीय या अन्य कोई भी स्थान
ये सबकी अपनी-अपनी कार्य क्षमता का प्रारूप
इसका संबंध नहीं जीत या हार से
अपने आत्मविश्वास को जगाए रखो
कार्यक्षमता में वृद्धि करो
जीवन में कभी अपने विश्वास को निराश मत करना
स्वयं पर पूर्ण रूपेण विश्वास से
बढ़ती है ही आत्मा की शक्ति
आत्म विश्वास यानि स्वयं पर विश्वास
विश्वास ही मनुष्य की सबसे बड़ी जीत है
और स्वयं की ही आत्मशक्ति पर 'अविश्वास '
निराशा को जन्म देताहै यहीं से प्रारम्भ होती है
अपनी सबसे बड़ी हार
आत्मविश्वास यानि स्वयं का स्वयं पर विश्वास भरोसा
जिससे वृद्धि को पाता है किसी भी मनुष्य का आत्मबल
अतः आत्म शक्ति को कभी
कमजोर नहीं होने देना
यही है जीवन का सबसे बड़ा गहना।
आत्म शक्ति को कभी
जवाब देंहटाएंकमजोर नहीं होने देना
यही है जीवन का सबसे बड़ा गहना। बिल्कुल सही कहा, रितु दी।
नमन स हृदय आभार ज्योति जी
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