*तीज का त्यौहार लेकर आता खुशियों की सौगात*

 पक्षियों के चहकने की आवाज
  खनकती चूड़ियों का आगाज
  सुहागनों के हाथों में रचती पवित्र
   मेहंदी की सौगात आओ सखियों
    झूमे नाचें गाएं आया है हरियाली तीज का त्यौहार
     **सावन का मौसम आया
संग अपने सुख-समृद्धि लाया
वर्षा की फुहारों से धरती का
जल अभिषेक जब होता है
प्रकृति प्रफुल्लित
हरी-भरी हो जाती है
वृक्षों की डालियां अपनी
बाहें फैलाती हैं
झूला झूलन को
सखियों को बुलाएं
प्रकृति संग सखियां भी
सोलह श्रृंगार करती हैं
वृक्षों की ओट में बैठ कोयल भी
मीठा राग सुनाती है
समस्त वातावरण संगीतमय हो जाता है
चूड़ियों की खनक मन को लुभाती है
हरियाली तीज को देवी पार्वती ने भी
सोलह श्रृंगार और कठिन उपवास कर
शिव को प्रसन्न किया था
उस दिन से हरियाली तीज की शुभ बेला पर
सुहागनें उपवास नियम करती हैं
वृक्षों पर झूलों की पींगे जब चड़ती हैं
आसमान की ऊंचाइयों में सखियां
झूल-झूल कर हंसती है
धरती झूमती है
प्रकृति निखरती है
पक्षीयों की सुमधुर ध्वनियों से
सावन में प्रकृति समृद्ध और संगीतमय हो जाती है**



9 टिप्‍पणियां:

  1. पक्षियों के चहकने की आवाज
    खनकती चूड़ियों का आगाज
    सुहागनों के हाथों में रचती पवित्र
    मेहंदी की सौगात आओ सखियों
    झूमे नाचें गाएं आया है हरियाली तीज का त्यौहार
    बेहद खूबसूरत और मनमोहक रचना ऋतु जी

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  2. बहुत सुंदर काव्यात्मक लेख जानकारी युक्त रितु जी।

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  3. रितु जी कृपया यह सुंदर रचना आप.ब्लॉग संपर्क फॉर्म पर भेजिये।

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    उत्तर
    1. Ji Sweta ji नमन आपको तीज की हार्दिक शुभकामनाएं कृपया बताइए ब्लॉग संपर्क में कैसे भेजा जाएगा

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    2. स्वेता जी मेरी यह रचना ब्लॉग मेरे ब्लॉग पर ही है

      हटाएं
  4. तीज का मनमोहक वर्णन ऋतु जी अत्यंत सुंदर रचना

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. Ji Abhilasha ji नमन आपको भी तीज की हार्दिक शुभकमनाएं

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  5. उत्तर
    1. अनीता जी नमन जी आपको भी तीज की हार्दिक शुभामनाएं

      हटाएं

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