**************
**
प्रत्येक वर्ष की भांति ,
इस वर्ष भी दीपावली से पूर्व
स्वच्छता अभियान जोरों से चला
घर ,आंगन भरपूर सुसज्जित हुआ
भगवान विष्णु मां लक्ष्मी,के स्वागत में
आंगन में रंगोली सजाई
पुष्पों की माला बनाई
चमचमाती झालरें जगमगाई
खील ,पतासे और मिठाइयां भी आयीं
इस बार घर के संग संग मन के मैल भी साफ किये जिन घरों के द्वार कई वर्षों से नहीं खटखटाए थे ,
उन सब के द्वार खटखटाए ,दिल के सारे शिकवे मिटाए ,पुराने मित्रों से मिलकर ,प्रेम केअश्कों की धारा से एक दूजे के गम मिटाए ।
कीमती उपहारों के आदान प्रदान की बजाए ,कुछ मिठाइयां,कुछ कपड़े,फल,उपहार ,निर्धन जरूरतमंद बच्चों में बांट आए।
इस दीपावली हम मिट्टी के दीपक ही खरीद कर लाये
आमावस्या की रात में ,
भगवान विष्णु और लक्ष्मी के स्वागत में कुम्हार की
मेहनत से बने दीपक ही सजाए,
दीपकों की माला से सुशोभित आंगन देख
भगवान विष्णु ,लक्ष्मी जैसे हमारे घर अाए
वैसे ही सबके घर अाए यही कामना लिए हम सबको शुभ दीपावली के कह अाये ।
सबके मंगल कामना की दुआ भी कर अाए ।******
**
प्रत्येक वर्ष की भांति ,
इस वर्ष भी दीपावली से पूर्व
स्वच्छता अभियान जोरों से चला
घर ,आंगन भरपूर सुसज्जित हुआ
भगवान विष्णु मां लक्ष्मी,के स्वागत में
आंगन में रंगोली सजाई
पुष्पों की माला बनाई
चमचमाती झालरें जगमगाई
खील ,पतासे और मिठाइयां भी आयीं
इस बार घर के संग संग मन के मैल भी साफ किये जिन घरों के द्वार कई वर्षों से नहीं खटखटाए थे ,
उन सब के द्वार खटखटाए ,दिल के सारे शिकवे मिटाए ,पुराने मित्रों से मिलकर ,प्रेम केअश्कों की धारा से एक दूजे के गम मिटाए ।
कीमती उपहारों के आदान प्रदान की बजाए ,कुछ मिठाइयां,कुछ कपड़े,फल,उपहार ,निर्धन जरूरतमंद बच्चों में बांट आए।
इस दीपावली हम मिट्टी के दीपक ही खरीद कर लाये
आमावस्या की रात में ,
भगवान विष्णु और लक्ष्मी के स्वागत में कुम्हार की
मेहनत से बने दीपक ही सजाए,
दीपकों की माला से सुशोभित आंगन देख
भगवान विष्णु ,लक्ष्मी जैसे हमारे घर अाए
वैसे ही सबके घर अाए यही कामना लिए हम सबको शुभ दीपावली के कह अाये ।
सबके मंगल कामना की दुआ भी कर अाए ।******
बहुत बेहतरीन रचना है ...
जवाब देंहटाएंआभार
हटाएंआभार सखी
जवाब देंहटाएंबहुत लाजवाब...
जवाब देंहटाएंआभार
हटाएंवाह बहुत सुन्दर रचना सहज प्रवाह लिये।
जवाब देंहटाएं