आज"स्वतंत्रता दिवस" के
शुभ अवसर पर फिजाओं
में खुशियों की लहर है
वातावरण में मनमोहक सी महक है
अम्बर में आजाद परिंदों की चहक है
प्रतीत होता सब और सहज है
आज वादियों में केसर की महक है
प्रतीत होता सब और माहौल
सुन्दर ,सरस,सरल,और सुगम है
सकारात्मक सोच और निस्वार्थ मोहब्बत
से फिजाओं में चुहुं और सब शुभ मंगलकारी है
बगीचों में गुलमोहर से खिला-खिला चमन है
आकाश की ऊंचाइयों में भारत माता की शान में विजय पताका फहराता तिरंगा गर्व से गुन-गुना रहा
भारत मेरी माता मेरा देश मेरा अभिमान है ।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें