**गणतंत्रता दिवस की शुभ बेला **

     **आज गणतंत्रता दिवस के
               शुभ अवसर पर देश का
               तिरंगा आन -बान और शान से
              नील गगन की ऊंचाइयों में
              भारत माता की शान में
              लहरा रहा है ,गीत खुशी
               के गा रहा है *
       ** अब खेतों में हरियाली होगी
        **अन्नदाता हमारे किसान भाइयों की
        की जेब ना खाली होगी
        धरती मां समृद्ध होगी ,तभी तो
        घर-घर में खुशहाली होगी
        दिलों में परस्पर प्रेम ,
        हर दिन ईद और दीवाली होगी*
       ** स्वेच्छा से अपने कर्मों की और
      विचारों की अभिव्यक्ति की आजादी संग
       सर्वजन हिताय ही प्राथमिकता होगी
        आचरण की सभ्यता ,स्वदेश की संस्कृति
                     का रक्षण होगा ।
        **भ्रष्टाचार जैसी ना अमानवीयता होगी
         **लक्ष्मी संग ,सरस्वती भी सर्वोपरि होगी
         शिक्षा पर ना धनराशि हावी होगी
         ज्ञान ,बुद्धि ,कौशल का विवेक से चयन होगा**

1 टिप्पणी:

  1. आमीन ...
    सेश की आन शान बान में कोई कमी नहि रहनी चाहिए ... गान तंत्र सच में गण का तंत्र बनना चाहिए ...

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आओ अच्छा बस अच्छा सोचें

 आओ कुछ अच्छा सोचें अच्छा करें , अच्छा देखें अच्छा करने की चाह में इतने अच्छे हो जायें की की साकारात्मक सोच से नाकारात्मकता की सारी व्याधिया...