**आज गणतंत्रता दिवस के
शुभ अवसर पर देश का
तिरंगा आन -बान और शान से
नील गगन की ऊंचाइयों में
भारत माता की शान में
लहरा रहा है ,गीत खुशी
के गा रहा है *
** अब खेतों में हरियाली होगी
**अन्नदाता हमारे किसान भाइयों की
की जेब ना खाली होगी
धरती मां समृद्ध होगी ,तभी तो
घर-घर में खुशहाली होगी
दिलों में परस्पर प्रेम ,
हर दिन ईद और दीवाली होगी*
** स्वेच्छा से अपने कर्मों की और
विचारों की अभिव्यक्ति की आजादी संग
सर्वजन हिताय ही प्राथमिकता होगी
आचरण की सभ्यता ,स्वदेश की संस्कृति
का रक्षण होगा ।
**भ्रष्टाचार जैसी ना अमानवीयता होगी
**लक्ष्मी संग ,सरस्वती भी सर्वोपरि होगी
शिक्षा पर ना धनराशि हावी होगी
ज्ञान ,बुद्धि ,कौशल का विवेक से चयन होगा**
शुभ अवसर पर देश का
तिरंगा आन -बान और शान से
नील गगन की ऊंचाइयों में
भारत माता की शान में
लहरा रहा है ,गीत खुशी
के गा रहा है *
** अब खेतों में हरियाली होगी
**अन्नदाता हमारे किसान भाइयों की
की जेब ना खाली होगी
धरती मां समृद्ध होगी ,तभी तो
घर-घर में खुशहाली होगी
दिलों में परस्पर प्रेम ,
हर दिन ईद और दीवाली होगी*
** स्वेच्छा से अपने कर्मों की और
विचारों की अभिव्यक्ति की आजादी संग
सर्वजन हिताय ही प्राथमिकता होगी
आचरण की सभ्यता ,स्वदेश की संस्कृति
का रक्षण होगा ।
**भ्रष्टाचार जैसी ना अमानवीयता होगी
**लक्ष्मी संग ,सरस्वती भी सर्वोपरि होगी
शिक्षा पर ना धनराशि हावी होगी
ज्ञान ,बुद्धि ,कौशल का विवेक से चयन होगा**
आमीन ...
जवाब देंहटाएंसेश की आन शान बान में कोई कमी नहि रहनी चाहिए ... गान तंत्र सच में गण का तंत्र बनना चाहिए ...