💐👌 👍" युग बदल रहा है"👍👌💐
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" साहित्य को फिर से पढ़ा जाने लगा है
लगता है फिर से ,स्वर्णिम साक्षरता का
युग आने लगा है।"
" साहित्य की फ़सल लहलहाने लगी है
आचरण में सभ्यता मुस्कराने लगी है ।"
" लगता है, युग बदल रहा है,कविता,
कहानी, लेखों को भी कोई पढ रहा है "।
"ज्ञान का प्रकाश जगमगा रहा है
कोई लिख, कोई पढ़ रहा है। "
" माना की लिखने के शौंक को निक्क्मों
का शौंक कहा गया ।
पर हम निक्क्मों का लिखना ही कई निक्क्मों
के काम आ गया ।"
"विचारों के मंच पर मैंने ,कुछ बीज डालें है
कहानियों की क्यारियाँ हैं,शब्दों के मोती हैं,
कविताओँ में मुरली की धुन है, गज़ल ऐ जज़्बात,
मेरा लिखा किसी के लिये प्रेरणा स्रोत बन जाये
तो मैं समझूँ की मेरा लिखना कामयाब है।।"
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" साहित्य को फिर से पढ़ा जाने लगा है
लगता है फिर से ,स्वर्णिम साक्षरता का
युग आने लगा है।"
" साहित्य की फ़सल लहलहाने लगी है
आचरण में सभ्यता मुस्कराने लगी है ।"
" लगता है, युग बदल रहा है,कविता,
कहानी, लेखों को भी कोई पढ रहा है "।
"ज्ञान का प्रकाश जगमगा रहा है
कोई लिख, कोई पढ़ रहा है। "
" माना की लिखने के शौंक को निक्क्मों
का शौंक कहा गया ।
पर हम निक्क्मों का लिखना ही कई निक्क्मों
के काम आ गया ।"
"विचारों के मंच पर मैंने ,कुछ बीज डालें है
कहानियों की क्यारियाँ हैं,शब्दों के मोती हैं,
कविताओँ में मुरली की धुन है, गज़ल ऐ जज़्बात,
मेरा लिखा किसी के लिये प्रेरणा स्रोत बन जाये
तो मैं समझूँ की मेरा लिखना कामयाब है।।"
कामयाब है ऋतु जी ।
जवाब देंहटाएंमेरा लिखा किसी के लिये प्रेरणा स्रोत बन जाये
जवाब देंहटाएंतो मैं समझूँ की मेरा लिखना कामयाब है।।"
बहुत खुब!
Wah !!Ritu ji ,bahut sunder
जवाब देंहटाएंAapka aabhaar jyoti ji .
जवाब देंहटाएंShubha ji aapne mera likha pada dhanywad ।
जवाब देंहटाएंकेशव जी आपका धनयवाद आभार
जवाब देंहटाएंबेहतरीन रचना
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